कौशल शिक्षा
कौशल शिक्षा
पीएम श्री योजना के तहत व्यावहारिक कौशल कार्यशाला
गतिविधि का नाम: मिट्टी के बर्तन बनाना/मिट्टी कला
प्रतिभागी:
कक्षा सातवीं, आठवीं और नौवीं के छात्र, कुल 45 छात्र
कार्यशाला अवधि: 3 दिन, 10, 11 और 12 जनवरी 2023।
दैनिक घंटे: दो से तीन घंटे के दैनिक सत्र
प्रयुक्त सामग्री: मिट्टी मिट्टी, पानी, धागा, मिट्टी को आकार देने के लिए उपकरण।
उद्देश्य:
छात्रों को व्यावहारिक कौशल अनुभव प्रदान करना।
नवाचार और रचनात्मकता को प्रोत्साहित करना, विशेष रूप से छोटे बर्तन या दीया बनाने में।
व्यावहारिक शिक्षण विधियों को बढ़ावा देना।
छात्रों पर प्रभाव:
कार्यशाला ने छात्रों को व्यावहारिक कौशल विकसित करने और बर्तन बनाने के माध्यम से उनकी रचनात्मकता का पता लगाने में सक्षम बनाया। उन्होंने अपनी कलात्मक क्षमताओं को बढ़ाते हुए, मिट्टी की सामग्री और उपकरणों के साथ काम करना सीखा। इसने मिट्टी की कला में व्यावहारिक कौशल को भी बढ़ाया, विभिन्न आकृतियाँ बनाईं। इसके अलावा, इसने प्रतिभागियों के बीच टीम वर्क और सहयोग को बढ़ावा दिया।
माता-पिता पर प्रभाव:
अभिभावकों ने कार्यशाला की सराहना की क्योंकि इससे उनके बच्चों को मूल्यवान व्यावहारिक कौशल और रचनात्मक रास्ते मिले। उन्होंने अपने बच्चों के कलात्मक प्रयासों में आत्मविश्वास और उत्साह बढ़ाया।